1. इसका प्रकाशन काल १ ९ ८ ० है। 2. इसका प्रकाशन काल १ ९ १ ८ है। 3. लगातार ५६ वर्षों के प्रकाशन काल में हिन्दी के जितने भी साहित्यकार हुए 4. ‘ राष्ट्रप्रकाश ' के प्रकाशन काल में समन्वय संपादक का दायित्व बखूबी निभा चुके हैं. 5. इसने अपने प्रकाशन काल में साहित्यिक आंदोलनों के कई उतार-चढ़ाव देखे और साहित्य पर अपनी पैनी नजर रखी। 6. इसने अपने प्रकाशन काल में साहित्यिक आंदोलनों के कई उतार-चढ़ाव देखे और साहित्य पर अपनी पैनी नजर रखी। 7. ‘ गमी ' लघुकथा का प्रकाशन काल (1929) हटा दें तो यह आज की लिखी रचना लगती है। 8. स्वराज्य के मात्र एक वर्ष के प्रकाशन काल में एक के बाद एक उसके आठ संपादकों को कारावास की सजा हुई। 9. (प्रज्ञा पाठक द्वारा आविष्कृत तथा संपादित ' सरला: एक विधवा की आत्मजीवनी ' (प्रकाशन काल 1915-16) से। 10. लगातार ५६ वर्षों के प्रकाशन काल में हिन्दी के जितने भी साहित्यकार हुए लगभग सभी का सक्रिय सारस्वत योगदान इस पत्रिका को मिलता रहा है।